भोपाल। लघु वेतन कर्मचारी संघ का प्रांतीय सम्मान समारोह शुक्रवार राजधानी के कर्मचारी भवन में हुआ। इसमें कृषि मंत्री कमल पटेल ने उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मचारियों व अन्य क्षेत्रों के लोगों को सम्मानित किया। यह सम्मान लघु वेतन कर्मचारी संघ ने आयोजित किया था। अध्यक्ष महेंद्र शर्मा ने मंत्री के सामने पदनाम बदलने की मांग रखी, जिस पर मंत्री ने कहा कि वे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से बात करेंगे और उसे पूरी कराएंगे। बता दें कि कार्यालयों में कार्यरत भृत्यों के पदनाम को कार्यालय सहायक करने की मांग की जा रही है। इसके अलावा पदों के नामों में बदलाव करना है जिसमें सरकार पर कोई वित्तीय खर्च नहीं आएगा। कार्यक्रम को पूर्व मंत्री व विधायक पीसी शर्मा ने संबोधित किया। वे बोले कि कर्मचारियों के हितों के लिए वे लड़ते रहेंगे। कर्मचारी भवन की मरम्मत के लिए भी सहयोग करेंगे। उन्होंने महंगाई, भत्ता जैसे लंबित मांगों को जल्दी पूरा करने की बात सरकार से की है। कार्यक्रम में कर्मचारी नेता वीरेंद्र खोंगल, भुवनेश कुमार पटेल, अनिल बाजपेयी, चंद्रशेखर परसाई, अजय श्रीवास्तव, एलएन कैलासिया, एसबी सिंह, रमेश राठौर, बैंक यूनियन के वीके शर्मा आदि मौजूद थे।
अनुकंपा नियुक्ति के हजारों प्रकरण लंबित, नियुक्ति दें
प्रदेश के विभागों में अनुकंपा नियुक्ति के हजारों प्रकरण लंबित हैं। ऐसे प्रकरणों में प्रभावितों को नियुक्ति दी जानी चाहिए। यह मांग कर्मचारियों ने उठाई है। मप्र कर्मचारी कांग्रेस के संरक्षक वीरेंद्र खोंगल ने दावा किया है कि 10 हजार प्रकरण लंबित है। ये प्रकरण सभी विभागों में लंबित है। वीरेंद्र खोंगल की तरफ से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम एक ज्ञापन दिया है। इसमें बताया है कि विभागों में कर्मचारियों की असमय मौत के कारण खाली पदों को समाप्त कर दिया है। जिन संवर्ग व विभागों में पद बचे हैं वहां प्रकरणों की सुनवाई नही हो रही है। दैनिक वेतन भोगी, स्थाईकर्मी और अन्य पदों पर सेवाएं देने वालें कर्मचारियों के मामले में अनुकंपा नियुक्ति का नियम ही नहीं है। इस वजह से उन प्रकरणों की सुनवाई नहीं की जा रही है। वीरेंद्र खोंगल ने दावा किया कि कार्यभारित कर्मचारियों के आश्रितों को अनुकंपा नियुक्ति देने के लिए 2016 में आदेश जारी किए थे लेकिन मृतक कर्मचारियों के एक भी आश्रितों को अनुकंपा नियुक्ति नहीं दी गई।